
Bikaner : नाटक खुदीराम बोस का प्रभावी मंचन हुवा, मार्मिक प्रस्तुति ने दर्शकों किया अभिभूत
RNE Network.
जान का मोल मेरे देश से बड़ा नहीं । मैं अपने देश के लिए एक तो क्या हर जन्म में मृत्यु को गले लगा सकता हूँ । ऐसे भावपूर्ण संवादों के साथ आज टाउन हाल में में नाटक खुदीराम बोस का प्रभावी मंचन हुवा ।
अवसर था कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग , राजस्थान सरकार के सहयोग से संदीप लेले द्वारा लिखित तथा युवा रंग निर्देशक जय खत्री द्वारा निर्देशित नाटक खुदीराम बोस के मंचन का । प्रभावी संवाद, कुशल निर्देशन, भावपूर्ण अभिनय तथा गतिशील समहू संयोजन दर्शकों को बाँधने में सफल रहे । प्रस्तुति नियंत्रक अशोक खत्री ने बताया की नाटक में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के अमर शहीद खुदीराम बोस के अविस्मरणीय योगदान तथा आज़ादी के लिये दिये गये उनके अमर बलिदान का प्रभावी चित्रण किया गया ।
नाटक में उत्तम सिंह, गर्वित मोयल, फणीश्वर खत्री, नवेद भाटी, जयकिशन केशवानी, रविराज भाटी, रोहित वाल्मीकि, अनिल बांधडा, विराज कुमार, शुभम मीणा, प्रियंका आर्य व विक्रम सिंह ने अभिनय किया । प्रकाश प्रभाव विशाल खत्री, संगीत प्रभाव गजेन्द्र सिंह भाटी, मंच सज्जा खेमचंद शर्मा , मंच संचालन दीपांशु पांडे तथा प्रदर्शन प्रभारी सुरेश हिंदुस्तानी थे । मंचन में बड़ी संख्या में उपस्थित दर्शकों को अभिभूत किया । इस अवसर पर वरिष्ठ रंगकर्मी प्रदीप भटनागर ने युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करने पर प्रसन्नता व्यक्त की ।